"एक नाम तेरा होगा, एक नाम मेरा होगा "
एक ना हो सकेंगे, ये फिक्र आखिर क्यों ।
कल तेरा भी खाक होगा, मेरा भी खाक होगा ।।
गवाह होगा यह शहर, यह आवोहवा ।
जब ना कोई तेरा होगा, ना मेरा होगा ।।
तू हामी में गर्दन ही झुका, दुनिया नाप लेंगे ।
एक कदम तेरा होगा, एक कदम मेरा होगा ।।
जब कभी याद करेगी दुनिया आशिकी को ।
एक नाम तेरा होगा, एक नाम मेरा होगा ।।
लडेंगे काँटों से जख्म भी गहरे होंगे,मगर तराजू होगा
एक पलड़ा तेरा होगा ,एक पलडा मेरा होगा ।।
हीर-राँझा लैला-मजनू सब हंसेगे, जीत गयी मोहब्बत ।
एक किस्सा तेरा होगा, एक किस्सा मेरा होगा ।।
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