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Thursday, July 15, 2021
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'मुसाफिर' किसी शहर का नहीं होता है
'मुसाफिर ' किसी शहर का नहीं होता है जो इश्क करता है , उसे फर्ज निभाना होता है , बेवफाई करने वाला , सच्चा हमसफ़र नही...
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"एक नाम तेरा होगा , एक नाम मेरा होगा " एक ना हो सकेंगे , ये फिक्र आखिर क्यों । कल तेरा भी खाक होगा , मेरा भी खाक होगा ।। ...
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" कोलतार में दबी झोपडिया " सडक वाले बाबू , आपने भी देखी मेरी कुटिया || यहीं तो थी , अम्मा ने हफ्ते भर बटोरे थे बसंठियॉ , मै...
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" चलो आज एक सफर पर चलते हैं" चलो आज एक सफर पर चलते हैं , शहर की भीड़ से कहीं दूर चलते हैं चलो आज एक सफर पर चलते है...