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'मुसाफिर' किसी शहर का नहीं होता है
'मुसाफिर ' किसी शहर का नहीं होता है जो इश्क करता है , उसे फर्ज निभाना होता है , बेवफाई करने वाला , सच्चा हमसफ़र नही...
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"एक नाम तेरा होगा , एक नाम मेरा होगा " एक ना हो सकेंगे , ये फिक्र आखिर क्यों । कल तेरा भी खाक होगा , मेरा भी खाक होगा ।। ...
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शातिर तोता एक शातिर तोता बड़ी सूझ से जाल बिछाए मैना फंसाए साथ बिठाए जल में चांद के प्रतिबिंब दिखाए उपमा की अतिशयोक्ति बनाए ...
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'मुसाफिर ' किसी शहर का नहीं होता है जो इश्क करता है , उसे फर्ज निभाना होता है , बेवफाई करने वाला , सच्चा हमसफ़र नही...
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